Wednesday, 10 August 2016

Rustom Movie Story in Hindi, Based on Naval Officer Rustom Pavri's life

Posted by Unknown
Akshay Kumar's Rustom movie all set to hit the Box office on 12th August and as film story line is based on 'The Nanavati Case', real story of Indian Naval officer Rustom Pavri's life, fans are excited to know more about it.  Here is the Full Rustom real story  in Hindi. Rustom movie is directed by Tinu Suresh Desai and Produced by Neeraj Pandey.

You already Gone through Rustom Story in English then Here we Bring the Rustom Storyline in Hindi if you are more comfortable with Hindi Language.

Rustom Story in Hindi (Real Story | Based on the Nanavati Case of Rustom Pavri)

अक्षय कुमार की रूस्तम, बॉलीवुड में पेश करने जा रही है भारत का सबसे बड़ा लव स्कैंडल। एक पति, जो अपनी पत्नी की शादी कराने के लिए बंदूक चलाने से नहीं डरा। लेकिन तीन गोलियों ने उसकी जिंदगी बदल दी। बॉलीवुड में कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो सच्चाई को सामने लाती है और कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जो पुरानी बातें एक बार फिर सबके सामने ले आती हैं। वो बातें जो लोगों के जेहन में होती हैं पर भूल जाते हैं।

1959 नानावटी केस भी एक ऐसा ही लव स्कैंडल था। इस सच्ची कहानी में प्यार है, धोखा है, एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर है, परिवार है, बेवफाई है और मर्डर जिसके साथ बन गया था सब कुछ सस्पेंस। हालांकि कई बार इस कहानी को पर्दे पर पेश किया गया, कभी किताबों में छापा गया लेकिन अब अक्षय कुमार इस कहानी को एकदम धमाकेदार तरीके से लेकर आ रहे हैं जहां एक पति था जो अपनी पत्नी की शादी के लिए सब कुछ हार गया। 1959 में एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को लेकर हुए इस कत्ल की कहानी सत्ता के गलियारों से लेकर सेना के बैरकों तक में चर्चित रही। टीनू सुरेश देसाई की यह फिल्म 12 अगस्त को रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म में अक्षय के साथ अहम भूमिका निभा रहे हैं इलियाना डीक्रूज, ईशा गुप्ता और अर्जुन बाजवा। जानिए 1959 नानावटी केस की दिलचस्प बातें...

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बीवी की बेरुखी ने नानावटी के दिल पर की गहरी चोट

पारसी नौजवान कवास मनेकशॉ नानावटी नौसेना में कमांडर थे। अपनी खूबसूरत बीवी और तीन बच्चों के साथ वो बेहद खुश थे। एक बार वो छुट्टी पर घर पहुंचे तो उनके सामने खुला ऐसा राज जिसने उनकी जिंदगी में भूचाल खड़ा कर दिया। नानावटी को पता चला कि उनकी पत्नी सेल्विया किसी के साथ इश्क में गिरफ्तार है। बीवी की बेरुखी ने उनके दिल पर गहरी चोट की और फिर एक रोज पत्नी ने इस बात को मान भी लिया कि वह प्रेम आहूजा से प्यार करती है।

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शानदार लाइफस्टाइल के लिए जाना जाता था प्रेम आहूजा
प्रेम आहूजा एक सिंधी नौजवान व्यापारी था। वह पार्टियों की शान था और शानदार लाइफस्टाइल के लिए जाना जाता था। नानावटी ने अपनी पत्नी से पूछा कि क्या वह उससे शादी करेगा? पत्नी खामोश थी, और नानावटी भी लेकिन उसके दिमाग में क्या चल रहा था कोई समझ नहीं पाया। एक दिन नानावटी ने अपनी पत्नी को फिल्म देखने भेजा और प्रेम आहूजा से मिलने चले गए। तीन बार गोली चली और प्रेम आहूजा की लाश फर्श पर थी। नानावटी इसके बाद सीधे पुलिस स्टेशन पहुंचे और सरेंडर कर दिया। लेकिन कहानी यहां खत्म नहीं होती, कहानी तो यहीं से शुरु होती है। चलिए सबसे पहले कहानी के पात्रों से मिल लीजिए।

naval officer
कवास मनेकशॉ नानावटी- नौसेना में काम करने वाला पारसी
नानावटी नेवी के होनहार अफसर थे। ब्रिटेन के रॉयल नेवी कॉलेज के छात्र रहे नानावटी आईएनएस मैसूर के सेकंड इन कमांड थे। दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान कई मोर्चों पर लड़ चुके थे और ब्रिटेन द्वारा कई वीरता पुरुस्कारों से भी उन्हें नवाजा जा चुका था। लॉर्ड माउंटबेटन ने तब भी उनकी तारीफ की थी जब अंग्रेज भारत छोड़ कर जा रहे थे। कहते हैं कि सफेद वर्दी में वह इतने खूबसूरत लगते थे कि लड़कियां उन पर मरती थीं। जब उनके ऊपर केस चलाया जा रहा था तो भी महिलाएं तैयार होकर उनकी एक झलक देखने के लिए कोर्ट के बाहर जमा रहती थीं।

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प्रेम आहूजा - अमीर सिन्धी व्यापारी
अमीर, खूबसूरत, लहराते घुंघराले बाल, पार्टियों की शान, शानदार डांसर और गाडिय़ों के शोरूम का मालिक प्रेम आहूजा के बारे में कहा जाता है कि कई महिलाएं उसके इश्क में गिरफ्तार थीं। नानावटी की पत्नी सेल्विया के साथ भी उसका अफेयर था लेकिन वह सेल्विया के साथ शादी नहीं करना चाहता था। सेल्विया ने कोर्ट में बयान भी दिया था कि प्रेम आहूजा ने उसके साथ शादी करने से इंकार कर दिया था। एक अखबार ने तो उस समय प्रेम के बारे में काफी कुछ खराब छापा था हालांकि सिन्धी समाज के लोग खुल कर उसके साथ थे।

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सेल्विया- इश्क के दोराहे पर खड़ी औरत
सेल्विया के पास सब कुछ था। पति, बच्चे, परिवार और पैसा लेकिन शायद उसकी जिंदगी में एक अकेलापन भी था जिसे दूर करने के लिए वह प्रेम के नजदीक आ गई थी। उसने पति से भी कुछ नहीं छुपाया और अपने एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को भी उजागर कर दिया। अंग्रेजी मूल की सेल्विया, अपने पति नानावटी से प्यार करती थी लेकिन पति शिप पर महीनों दूर रहता था। बच्चों के बाद तो दोनों के बीच दूरी और भी बढ़ गई थी। नानावटी से उससे प्रेम के बारे में पूछा तो उसने छुपाया नहीं। बता दिया कि वह आहूजा से प्यार करती है लेकिन जब नानावटी ने सवाल किया कि क्या वह उससे शादी करेगा तो वह खामोश हो गई। उसने पति को अपने प्यार के बारे में बता तो दिया लेकिन जो होने वाला था वह उससे अनजान थी।

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ये हुआ था हादसे के दिन
नानावटी ने अपनी पत्नी और बच्चों को मेट्रो सिनेमा पर छोड़ा, मैटिनी शो का देखा जाना पहले से तय था। इसके बाद वह बॉम्बे हार्बर पहुंचे, अपने कैप्टन से उन्होंने बंदूक और गोलियां लीं जिन्हें उन्होंने एक पैकेट में रखा और फिर यूनिवर्सल मोटर्स पहुंचे। इस शोरूम का मालिक प्रेम आहूजा था। आहूजा अपने फ्लैट पर था यह जानकारी मिलने के बाद वह उसके घर पहुंचा। आहूजा नहा रहा था, उसकी नौकरानी नानावटी को उसके अपार्टमेंट तक लाई। वह सीधे उसके बेडरूम में गए। चंद मिनटों के सन्नाटे के बाद गोली चलने की तीन आवाजें आईं। सिर्फ तौलिया पहने आहूजा की लाश फर्श पर थी। प्रेम की बहन रो रही थी लेकिन नानावटी अपार्टमेंट से बाहर निकल गए। उन्होंने पुलिस स्टेशन में समर्पण कर दिया। पुलिसवाले हैरान परेशान थे।

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फोटो-  अंग्रेजी अखबार 'ब्लिट्ज' के संपादक रूसी करंजिया।
इस केस में पहली बार हुआ मीडिया ट्रायल
कहते हैं कि इस केस में पहली बार मीडिया ट्रायल हुआ। एक अंग्रेजी अखबार 'ब्लिट्ज' था जिसके संपादक पारसी थे। उनका नाम रूसी करंजिया था। उन्होंने खुल कर नानावटी के पक्ष में खबरें छापीं। कहा जाता है कि 25 पैसे का ये अखबार 2 रुपए तक में बिकता था और इसकी बुकिंग एक दिन पहले ही हो जाती थी। माना जाता है कि नानावटी और करंजिया दोनों ही पारसी थे और यही कारण था कि संपादक, नानावटी को पसंद करते थे।

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फोटो- कवास मनेकशॉ नानावटी।
पारसियों ने इस केस पर पैसा और पावर दोनों लगाया
कहा जाता है कि हत्या जैसा अपराध करने के बाद भी नानावटी के पक्ष में समाज खड़ा हो गया था। नौसेना भी अपने अफसर को सपोर्ट कर रही थी और कई अखबार भी उनके समर्थन में लिख रहे थे। बताया जाता है कि भीड़ अदालत के बाहर जमा हो जाती थी और नानावटी के समर्थन में नारे लगा करते थे। लोग अपने हाथों में तख्तियां लेकर आते थे जिन पर नानावटी के पक्ष में लिखा होता था। पारसियों ने इस केस पर पैसा और पावर दोनों लगाया। पारसियों की भीड़ ने हर संभव कोशिश की कि नानावटी बरी हो जाएं और अंत में जीत उन्हीं को मिली।

rustom movie actors
Akshay Kumar, Ileana D'Cruz, Esha Gupta in Rustom Movie
ज्यूरी ने नानावटी केस पर सुनवाई की थी। ज्यूरी में 9 लोग था आठ नानावटी के पक्ष में थे और एक विपक्ष में। इस केस के बाद ही ज्यूरी सिस्टम को खत्म कर दिया गया। कहा जाता है कि ज्यूरी के लोग मीडिया और कोर्ट के बाहर जुट रही भीड़ से प्रभावित थे। ज्यूरी ने नानावटी के पक्ष में फैसला सुनाया और फिर मामला बॉम्बे हाईकोर्ट के हवाले कर दिया। हाईकोर्ट से ये केस सुप्रीम कोर्ट गया जहां से नानावटी को जेल भेज दिया गया। हालांकि कुछ दिन बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। कहते हैं कि नानावटी, वीके कृष्ण मेनन के करीबी थे और मेनन नेहरू के। नेहरू की बहन विजय लक्ष्मी पंडित महाराष्ट्र की राज्यपाल थीं और ये सब बातें नानावटी के हक में थीं। अंत में रिहा होने के बाद नानावटी परिवार के साथ कनाडा शिफ्ट हो गए। 2003 में उनकी मौत हो गई।

Rustom Movie Star Cast Played by Bollywood Actors

Akshay Kumar as Commander Rustom Pavri
Ileana D'Cruz as Cynthia Pavri
Arjan Bajwa as Vikram Makhija
Esha Gupta
Usha Nadkarni as Jamnabai
Sachin Khedekaras Public Prosecutor Lakshman Khangani
Kumud Mishra as Erach Billimoria
Pawan Malhotra as Inspector Lobo

Also, Read - Rustom Movie Wiki


Information Source: patrika[.]com

Also Read - Rustom Movie True Story in English - Tha Nanavati Case of Rustom Pavri

Don't Miss to Watch Rustom Movie in Theaters from 12th August 2016 onward !

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